ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए धनपुर रेंज द्वारा गांव गांव जाकर की जा रही है वनाग्नि सुरक्षा गोष्ठी

केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर की धनपुर रेंज के अंतर्गत 22000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला रिजर्व वन क्षेत्र वन विभाग के कर्मचारियों की सूझ बूझ व जन सहभागिता और वन पंचायत के सरपंचों के सहयोग के चलते अभी तक सुरक्षित है। इसके पीछे विभागीय कर्मचारियों की मेहनत व टीम वर्क बताया जा रहा है । धनपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी पंकज ध्यानी ने कहा कि फायर सीजन शुरू होने के बाद हमारे कर्मचारियों द्वारा जंगलो की गश्त कर रास्तो से लगातार पिरूल की सफाई की जा रही है । ताकि जंगल आने जाने वाले ग्रामीणों को पिरुल की वजह से कोई परेशानी न होने पाए , उन्होंने कहा कि दावानल की घटनाओं की जानकारी के लिए हमने ग्रामीण सुरक्षा समिति व सरपंचों को व्हाट्सऐप ग्रुप से जोड़ा है ताकि किसी भी तरह की घटना की जानकारी हम तक जल्दी से पहुच सके । यही कारण है कि धनपुर रेंज के जंगलो में अभी तक दावानल की कोई भी घटना नही हुई है । केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी आई0 एस0 नेगी के निर्देशों पर धनपुर रेंज के कर्मचारियों द्वारा गांव गांव जाकर वनाग्नि सुरक्षा अभियान के तहत गोष्ठी का आयोजन कर ग्रामीणों को पेड़ पौधों के महत्व को भी समझाया जा रहा है । वन क्षेत्राधिकारी पंकज ध्यानी ने कहा कि
वनाग्नि सुरक्षा अभियान के तहत धनपुर रेंज के अंतर्गत कमेडा, एंड , झिरकोटी ,चौकी, श्रीकोट बौला ,दुआ, कांडा, आदि सम्वेदनशील गांवो में ग्राम स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की तीसरी बैठक की गयी जिसमें वनो को आग न लगाने की तथा वनो की रक्षा के लिए जनसहयोग की अपील की गयी ।